Thursday, May 23, 2013

SACH SE RUBARU

SACH SE RUBARU

khuda shayad mujhse darta hai...
isliye meri qamyabi main hamesha rukawatein paida karta hai
woh yeh baat acchi tarah se janta hai
Romil kuch ban gaya zindagi mein to
lakhon logon ki taqdeerein badal kar rakh dega.

खुदा शायद मुझसे डरता है... 
इसलिए मेरी कामयाबी में हमेशा रुकावटें पैदा करता है 
वो यह बात अच्छी तरह से जानता है 
रोमिल कुछ बन गया जिंदगी में तो 
लाखों लोगों की तकदीर बदल कर देगा...

#रोमिल

Wednesday, May 22, 2013

ज़माना तुझे भूल जाने को कहता हैं

ज़माना तुझे भूल जाने को कहता हैं
दर्द में भी मुस्कुराने को कहता हैं
रब जानता हैं उसकी यादों की किश्ती, गम-ए-तूफ़ान डुबो सकता नहीं
इसलिए रोमिल वोह मुझे खुद डूब जाने को कहता हैं!

#रोमिल

जपुजी साहिब - हे प्रभु ! तेरा वह घर और उस घर का द्वार कैसा होगा? जिसमें बैठकर तू सारे संसार की सार लेता है।

जपुजी साहिब

हे प्रभु ! तेरा वह घर और उस घर का द्वार कैसा होगा? 
जिसमें बैठकर तू सारे संसार की सार लेता है।

So Daru Keha So Gharu Keha 
Jitu Bahi Sarab Samale

दूर के रिश्तों का न सिलसिला रखना

दूर के रिश्तों का न सिलसिला रखना
साहिल के किनारे हैं, किनारा ही रखना
~*~
गिरो अगर राह-ए-सफ़र में
इनके सहारे की न उम्मीद रखना
~*~
होंगे वोह किसी गैर की बाहों में
मुहब्बत की झूठी बातों पर न यकीन रखना
~*~
ज़िन्दगी-ए-सफ़र पर अकेले ही चलना हैं तुमको
रोमिल, दूर के रिश्ते हैं, इनसे हमेशा दूरी ही रखना

#रोमिल

Tuesday, May 21, 2013

जपुजी साहिब-धर्मराज का रूप होकर परमात्मा स्वयं ही हमारे अन्दर बैठकर हमारे अच्छे बुरे कर्मो को देखता है। अत: अपने-अपने कर्मानुसार कोई तो परमात्मा के समीप होते जाते है और कोई दूर।

जपुजी साहिब

धर्मराज का रूप होकर परमात्मा स्वयं ही हमारे अन्दर बैठकर हमारे अच्छे बुरे कर्मो को देखता है। 
अत: अपने-अपने कर्मानुसार कोई तो परमात्मा के समीप होते जाते है और कोई दूर।


Changaaiya buryaaiyaa vaachey dharam hadoor. 
Karmi aapo apni ke ne re ke dur.

Monday, May 20, 2013

Love Ke Liye Saala Kuch Bhi Karega Title Song


sach se rubaru

sach se rubaru

bahut kam log hote hai jo dusaron ke khawab ke liye khud ko bechate hai. 

warna jahan dekho log khud ko rupiyon ke liye, shaan-o-shauqat ke liye aur tarakki ke liye bechate dikhai dete hai.

koi zindagi jeena chahta hai isliye khud ko baich raha hai, koi marna nahi chahta to khud ko baich raha hai.

koi samaj mein, society mein khud ko chhota nahi dikhana chahta isliye khud ko baich raha hai.

jhoot bolana, galat kaam karna to aaj ka fashion hai, aisa karke log khud ko smart samajhate hai.

chhodo yeh sab...

mujhe koi fark nahi padata khud ko baich kar, shayad kisi ka to khawab poora kar saku.

बहुत कम लोग होते हैं जो दूसरों के ख्वाबों के लिए खुद को बेचते हैं 

वरना जहां देखो लोग खुद को ही रुपियों के लिए, शान-ओ-शौकत के लिए और तरक्की के लिए बेचते दिखाई देते हैं... 

कोई जिंदगी जीना चाहता है इसलिए खुद को बेच रहा है, कोई मरना नहीं चाहता तो खुद को भेज रहा है...

कोई समाज में, सोसाइटी में खुद को छोटा नहीं दिखाना चाहता इसलिए खुद को बेच रहा है... 

झूठ बोलना, गलत काम करना तो आज का फैशन है, ऐसा करके लोग खुद को स्मार्ट समझते हैं... 

छोड़ो यह सब... 

मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता खुद को बेचकर, शायद किसी का तो ख़्वाब पूरा कर सकूँ...

#रोमिल