ज़माना तुझे भूल जाने को कहता हैं
दर्द में भी मुस्कुराने को कहता हैं
रब जानता हैं उसकी यादों की किश्ती, गम-ए-तूफ़ान डुबो सकता नहीं
इसलिए रोमिल वोह मुझे खुद डूब जाने को कहता हैं!
दर्द में भी मुस्कुराने को कहता हैं
रब जानता हैं उसकी यादों की किश्ती, गम-ए-तूफ़ान डुबो सकता नहीं
इसलिए रोमिल वोह मुझे खुद डूब जाने को कहता हैं!
#रोमिल
No comments:
Post a Comment