Wednesday, May 22, 2013

दूर के रिश्तों का न सिलसिला रखना

दूर के रिश्तों का न सिलसिला रखना
साहिल के किनारे हैं, किनारा ही रखना
~*~
गिरो अगर राह-ए-सफ़र में
इनके सहारे की न उम्मीद रखना
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होंगे वोह किसी गैर की बाहों में
मुहब्बत की झूठी बातों पर न यकीन रखना
~*~
ज़िन्दगी-ए-सफ़र पर अकेले ही चलना हैं तुमको
रोमिल, दूर के रिश्ते हैं, इनसे हमेशा दूरी ही रखना

#रोमिल

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