Thursday, March 7, 2013

Dil Ko Aaya Sukoon Tere Deedar Se - Rangrezz (2013) HD Video - Rahat Fateh Ali Khan

Dil ko aaya sukoon
Tere deedar se haaye...
Dil ko aaya sukoon
Tere deedar se
Ab na hona rukhsat
Apne dildar se.. haaye...

Bin tere ek lamha
Ab reh nahi pata hai
Yeh ishq mere Allah
Kitna tadpata hai..
Bin tere ek lamha
Ab reh nahi pata hai
Yeh ishq mere Allah
Kitna tadpata hai..
Kabhi aahein bharta hai
Kabhi dil dhadkata hai
Ye ishq mere Allah
Kitna tadpata hai

Dard tanhayi ka
Dooriyon ka mausam
Na jiya jaaye na
Bekasi ka aalam
Tere ehsaason ki
Chaadarein bunti hoon
Main tere khwabon ko
Neend mein chunti hoon

O.. dil ko aaya sukoon
Tere deedar se
Ab na hona rukhsat
Apne dildar se.. haaye..

Bin tere ik lamha
Ab reh nahi pata hai
Ye ishq mere Allah
Kitna tadpata hai
Kabhi aahein bharta hai
Kabhi dil dhadkata hai
Ye ishq mere Allah
Kitna tadpata hai
Tera ishq.. ishq.. ishq..
Tera ishq.. ishq.. ishq..
Tera ishq.. ishq.. ishq..
Ishq Allah.. Allah.. Allah...
Tera ishq.. ishq.. ishq..
Tera ishq.. ishq.. ishq..
Tera ishq.. ishq.. ishq..
Ishq Allah.. Allah.. Allah...

Bas tere pehru mein
Jeene ki chaahat hai
Zindagi tu meri
Tujhse hi raahat hai
Jab dua maangi hai
Bas tujhe maanga hai
Saanson ki galiyon mein
Tujhko hi paya hai

Ho..
Dil ko aaya sukoon
Tere deedar se
Ab na hona rukhsat
Apne dildar se.. haaye..

Bin tere ik lamha
Ab reh nahi paata hai
Ye ishq mere Allah
Kitna tadpata hai
Bin tere ik lamha
Ab reh nahi pata hai
Ye ishq mere Allah
Kitna tadpata hai
Kabhi aahein bharta hai
Kabhi dil dhadkata hai
Ye ishq mere Allah
Kitna tadpata hai

Tera ishq.. ishq.. ishq.. ishq..
Tera ishq.. ishq.. ishq.. ishq..
Tera ishq.. ishq.. ishq.. ishq..
Allah.. Allah.. Allah...

Wednesday, March 6, 2013

तभी तो यह ज़माना बदलेगा।

तू चुप रहकर, जो सहती रही
तो क्या यह ज़माना बदला है
तू बोलेगी, जब अपना मूँह खोलेगी
तभी तो यह ज़माना बदलेगा।

यह पर्दा तुम्हारा कैसा है,
क्या यह मज़हब का हिस्सा है
किसका मज़हब कैसा पर्दा
यह सब मर्दों का किस्सा है।

आवाज़ उठा, क़दमों को मिला,
रफ़्तार ज़रा कुछ और बड़ा
खुदा की क़सम, रब की क़सम
यह ताना-बाना बदलेगा।

तू खुद को बदल,
तू खुद को बदल,
तभी तो यह ज़माना बदलेगा।
रोमिल तभी तो यह ज़माना बदलेगा।

#रोमिल

Tuesday, March 5, 2013

ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती हैं

ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती हैं
तेरी याद दबे पाओ चली आती है
***
कितना भी चाहूँ दूर जाना इनसे
साया बनकर यह मेरे साथ चली आती है
ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती है
तेरी याद दबे पाओ चली आती है
***
लेकर रखा हैं मैंने साथ अंधेरों का
फिर भी आँखों में आंसू बनकर चली आती है
ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती हैं
तेरी याद दबे पाओ चली आती है
***
कोइए पूछे तो बताये क्या हाल हुआ हैं हमारा
गम के बहाने न मिले तो ख़ुशी के बहाने ही चली आती है
 रोमिल ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती हैं
तेरी याद दबे पाओ चली आती है।

#रोमिल

Monday, March 4, 2013

अब साया बनना चाह रहा हूँ ।

किसी से ना कर इतनी मुहब्बत ज़िन्दगी भर रोना पड़ेगा,
ज़ख्म हो जायेंगे दिल में
काँटों पर सोना पड़ेगा।

 
बेवफा दुनिया में सच्चा प्यार कहाँ मिलता है
जो मिलता है सच्चा प्यार वोह मजबूरी में बंधा मिलता है।


तेरा अपना हूँ इसलिए तुझे समझा रहा हूँ
हूँ मैं भी बहुत तन्हा
इसलिए कुछ ग़म तेरे साथ बांटना चाह रहा हूँ।
यह मत सोच कि मैं कौन हूँ
दे हाथों में हाथ मेरे, चल मेरे साथ 
मैं हूँ तेरा अपना
अब साया बनना चाह रहा हूँ।
रोमिल अब साया बनना चाह रहा हूँ

#रोमिल

Saturday, March 2, 2013

Radha Soami Satsang Beas - पैर में मोच और छोटी सोच

'पैर में मोच और छोटी सोच..!!! 
आदमी को कभी आगे नहीं बढने देती'

ज़रा गौर कर मेरी दुआओं को.

बक्श दे खुदा मेरी खताओं को
ज़रा गौर कर मेरी दुआओं को.
~*~
खुदा, पत्थर न बना इन हवाओं को
मोम कर दे इन हवाओं को
जो मेरे सनम के घर जाती है
रूह को उसके छूती है
चैन-ओ-सुकून उसको देती है
दूर कर दे सब शैतानी हवाओं को
मोम कर दे इन हवाओं को
~*~
खुदा, भेज कोई फ़रिश्ता
उसकी तकलीफ दूर करने को
मदद करने को  
प्यार देने को
सब शैतानों को उसके पास से दूर मार भगा
भेज कोई फ़रिश्ता
उसकी तकलीफ दूर करने को
~*~
खुदा, अदालत में अपने इंसाफ कर,
बे-गुनाह मेरे सनम पर रहम कर
शान-ओ-शौकत दे
कामयाबी दे
ख़ुशियों का मौसम दे
आँखों में उसके ख़ुशी दे
इंसानियत को जिंदा रख
अदालत में अपने इंसाफ कर,
बे-गुनाह मेरे सनम पर रहम कर
~*~
बक्श दे खुदा मेरी खताओं को
ज़रा गौर कर रोमिल की दुआओं को.

#रोमिल

Friday, March 1, 2013

रात आएगी तो यादें भी चली आएँगी...

रात आएगी तो यादें भी चली आएँगी
ज़िन्दगी हम पर कुछ इस तरह भी मुस्कुरायेंगी
~*~
खुद से कहते फिरेंगे हाल-ए-दिल अपना
दीवारें हमसे लिपटकर आंसू बहायेंगी
~*~
रात आएगी तो यादें भी चली आएँगी
~*~
यूँही कट जाएगी रात अपनी
रात भर तेरी ही बातें कानों में गुनगुनायेगी
~*~
रात आएगी तो यादें भी चली आएँगी
~*~
हमसे पूछते है लोग हमारी रातों का मंज़र
होंठ न बोलेंगे कुछ
आँखें दास्ताँ सुनाएगी
~*~
रोमिल, रात आएगी तो यादें भी चली आएँगी...


#रोमिल