Tuesday, March 5, 2013

ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती हैं

ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती हैं
तेरी याद दबे पाओ चली आती है
***
कितना भी चाहूँ दूर जाना इनसे
साया बनकर यह मेरे साथ चली आती है
ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती है
तेरी याद दबे पाओ चली आती है
***
लेकर रखा हैं मैंने साथ अंधेरों का
फिर भी आँखों में आंसू बनकर चली आती है
ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती हैं
तेरी याद दबे पाओ चली आती है
***
कोइए पूछे तो बताये क्या हाल हुआ हैं हमारा
गम के बहाने न मिले तो ख़ुशी के बहाने ही चली आती है
 रोमिल ज़िन्दगी शाम से ही बर्बाद हो जाती हैं
तेरी याद दबे पाओ चली आती है।

#रोमिल

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