Monday, July 16, 2018

कोटि नाम संसार में, ता तें मुक्ति न होय। आदि नाम जो गुप्त जप, बूझै बिरला कोय।।

कोटि नाम संसार में, ता तें मुक्ति न होय।
आदि नाम जो गुप्त जप, बूझै बिरला कोय।।

- संत कबीर दास जी महाराज

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