दिन भर धूप में
हल चलाकर
मेहनत से अनाज पैदा करता हैं किसान!
फिर भी भूखा क्यों सोता हैं किसान?
~
भूख से रोता-तड़पता हुआ एक बच्चा और उसकी माँ
घर-घर दो रोटी की भीख मांगते हुए
कोई न उनकी फरियाद सुनने वाला
धिक्कार, अपमान के सिवा वोह कुछ नहीं पाते.
मैंने देखा और बोला
"रोमिल, सच में कलयुग आ गया हैं"
वोह बोली
"कलयुग क्या, सतयुग क्या
राम क्या, रहीम क्या
सब सुना-सुनी बातें हैं
न मैंने जाना कभी, न देखा कभी
मैं तो बस इतना जानू
यह दुनिया हैं, लाखों लोग धनवान हैं यहाँ
उसमें मेरा बच्चा भूखा हैं
रोटी के लिए तड़पता हैं
मैं एक मजबूर माँ कुछ न कर पाती हूँ"
हल चलाकर
मेहनत से अनाज पैदा करता हैं किसान!
फिर भी भूखा क्यों सोता हैं किसान?
~
भूख से रोता-तड़पता हुआ एक बच्चा और उसकी माँ
घर-घर दो रोटी की भीख मांगते हुए
कोई न उनकी फरियाद सुनने वाला
धिक्कार, अपमान के सिवा वोह कुछ नहीं पाते.
मैंने देखा और बोला
"रोमिल, सच में कलयुग आ गया हैं"
वोह बोली
"कलयुग क्या, सतयुग क्या
राम क्या, रहीम क्या
सब सुना-सुनी बातें हैं
न मैंने जाना कभी, न देखा कभी
मैं तो बस इतना जानू
यह दुनिया हैं, लाखों लोग धनवान हैं यहाँ
उसमें मेरा बच्चा भूखा हैं
रोटी के लिए तड़पता हैं
मैं एक मजबूर माँ कुछ न कर पाती हूँ"
#रोमिल
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