Sunday, May 12, 2013

कहते कहते

सो गया वोह कुछ बात कहते कहते
मेरे आँखों में आंसू भर आये जज़्बात कहते कहते

मेरी ख़ामोशी से यह मत समझाना की मुझको उस पर यकीन है
ज़ुबान भी थक गई है अब उसको बेवफा कहते कहते

कभी चहरे से
कभी ज़ुबान से पहचान लेता था 
वोह ही आज अंजान बन गया मुझे अपना कहते कहते 

अरसे बाद मिला वोह
और मेरा नाम पूछ बैठा रोमिल
जो कभी अपनी हथेली पर मेरा नाम गोद लेता था मुझे पाने की दुआ कहते कहते

#रोमिल

No comments:

Post a Comment