Sard-E-Hawa ka yeh manzar aur suhana ho jaye
सर्द-ए-हवा का यह मंज़र और सुहाना हो जाये
Gar ek shawl mein hum dono qaid ho jaye.
Woh deti rahe garmahat mujhe apne jism se
Gar ek roz olo aur sholo ka sangam ho jaye.
#Romil
सर्द-ए-हवा का यह मंज़र और सुहाना हो जाये
गर एक शाल में हम दोनों गिरफ्तार हो जाये.
वोह देती रहे गर्माहट मुझे अपने जिस्म से
गर एक रोज़ ओलो और शोलो का संगम हो जाये.
#रोमिल
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